आज देश में,समाज में भ्रष्टाचार का दीमक बहुत अन्दर तक घुस चुका है व खोखला कर चुका है ।
यही नहीं आज समाज में नैतिकता का मूल्य काफी कम हो चुका है इतना की जो सच बोलता है,सच की पैरवी करता है उसे ही कटघरे में खड़ा कर दिया जाता है । सरकार द्वारा काली कमाई ,काले कारनामो का दौर चालु है जहाँ अन्ना जी व अरविन्द जी जैसे देशभक्तों व समाजसुधारकों के लिए सिर्फ एक जवाब है की अपनी ही जांच कराओ ।
ये संवेदनहीनता और बेशर्मी की हद है। पहले भी अन्ना जब अनशन में बैठे तो झूठा आश्वासन देके उन्हें धोखा दिया गया ।
परन्तु सच्चाई के साथ आज भी कई लोग हैं और सच्चाई तो सच्चाई है सूरज की तरह है ।
क्यूंकि ये उजाला है जिसके रहते झूठ रुपी अँधेरा नहीं रह सकता ।
चंद पंक्तियाँ ऐसे लोगों के लिए जो निस्वार्थ भाव से व निर्भीक भाव से जीते हैं और समाज को भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर खड़ा रहने को सदा आवाहन करते हैं ।
यही नहीं आज समाज में नैतिकता का मूल्य काफी कम हो चुका है इतना की जो सच बोलता है,सच की पैरवी करता है उसे ही कटघरे में खड़ा कर दिया जाता है । सरकार द्वारा काली कमाई ,काले कारनामो का दौर चालु है जहाँ अन्ना जी व अरविन्द जी जैसे देशभक्तों व समाजसुधारकों के लिए सिर्फ एक जवाब है की अपनी ही जांच कराओ ।
ये संवेदनहीनता और बेशर्मी की हद है। पहले भी अन्ना जब अनशन में बैठे तो झूठा आश्वासन देके उन्हें धोखा दिया गया ।
परन्तु सच्चाई के साथ आज भी कई लोग हैं और सच्चाई तो सच्चाई है सूरज की तरह है ।
क्यूंकि ये उजाला है जिसके रहते झूठ रुपी अँधेरा नहीं रह सकता ।
चंद पंक्तियाँ ऐसे लोगों के लिए जो निस्वार्थ भाव से व निर्भीक भाव से जीते हैं और समाज को भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर खड़ा रहने को सदा आवाहन करते हैं ।
भ्रष्ट तंत्र अब नहीं सहेंगे
भ्रष्ट के आगे नहीं झुकेंगे
जनता हैं हम लोकतंत्र ये
जिसे सही हम उसे चुनेंगे
गोली की बौछार चलाओ
या तोपों में उड़ा हमे दो
राष्ट्र हित में कहने की भी
चाहे जितनी सजा हमे दो
घोटालेबाजी नहीं सहेंगे
भ्रष्टों की हम नहीं सुनेंगे
जनता है हम लोकतंत्र ये
जिसे सही हम उसे चुनेंगे
लगा रहे हैं कालिख देखो
नेता जी अपने ही देश को
काली कमाई कर कर के अब
छुपा रहे हैं काले धन को
गर सच्चाई नहीं सुनेंगे
लोकपाल गर नहीं लायेंगे
फिर पछताना चाहेंगे भी
पर पछता वो नहीं सकेंगे
जनता हैं हम लोकतंत्र ये
जिसे सही हम उसे चुनेंगे
धन्य हैं अन्ना धन्य हैं अरविन्द
जिनकी बदौलत है देश ये हिंद
देश के लिए प्राण दे रहे ये
रक्षा करना इनकी गोविन्द
ऐसे लोगों से है रौशन
सच्चाई का सारा गुलशन
उजियारे का भान कराते
कितने पावन इनके जीवन
भ्रष्टाचार नहीं सहेंगे
भ्रष्टाचारी नहीं सहेंगे
घोटालों की जांच करेंगे
जनता हैं हम लोकतंत्र ये
जिसे सही हम उसे चुनेंगे
भ्रष्ट के आगे नहीं झुकेंगे
जनता हैं हम लोकतंत्र ये
जिसे सही हम उसे चुनेंगे
गोली की बौछार चलाओ
या तोपों में उड़ा हमे दो
राष्ट्र हित में कहने की भी
चाहे जितनी सजा हमे दो
घोटालेबाजी नहीं सहेंगे
भ्रष्टों की हम नहीं सुनेंगे
जनता है हम लोकतंत्र ये
जिसे सही हम उसे चुनेंगे
लगा रहे हैं कालिख देखो
नेता जी अपने ही देश को
काली कमाई कर कर के अब
छुपा रहे हैं काले धन को
गर सच्चाई नहीं सुनेंगे
लोकपाल गर नहीं लायेंगे
फिर पछताना चाहेंगे भी
पर पछता वो नहीं सकेंगे
जनता हैं हम लोकतंत्र ये
जिसे सही हम उसे चुनेंगे
धन्य हैं अन्ना धन्य हैं अरविन्द
जिनकी बदौलत है देश ये हिंद
देश के लिए प्राण दे रहे ये
रक्षा करना इनकी गोविन्द
ऐसे लोगों से है रौशन
सच्चाई का सारा गुलशन
उजियारे का भान कराते
कितने पावन इनके जीवन
भ्रष्टाचार नहीं सहेंगे
भ्रष्टाचारी नहीं सहेंगे
घोटालों की जांच करेंगे
जनता हैं हम लोकतंत्र ये
जिसे सही हम उसे चुनेंगे
आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार को ३१/७/१२ को राजेश कुमारी द्वारा चर्चामंच पर की जायेगी आपका स्वागत है
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